Eat That Frog by Brian Tracy Book Summary in Hindi

 ईट दैट फ्रॉग पुस्तक का सारांश हिंदी में

Eat That Frog



Introduction परिचय: 

क्या आप हर दिन के जरूरी कामों को टालते रहते हैं? क्या आपको लगता है कि दिन खत्म हो जाता है लेकिन जरूरी काम अधूरे रह जाते हैं? अगर हां, तो "Eat That Frog" किताब आपके लिए है। यह किताब खासकर उन लोगों के लिए है जो procrastination यानी टालमटोल की आदत से परेशान हैं और अपनी जिंदगी को प्रोडक्टिव बनाना चाहते हैं।

ब्रायन ट्रेसी की यह किताब बताती है कि अगर आप हर दिन अपने सबसे मुश्किल और जरूरी काम को पहले कर लें — जिसे वह “Frog” कहते हैं — तो आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और आत्मविश्वास भी। इस लेख में हम इस किताब की पूरी Summary हिंदी में आपको देंगे, जिसमें किताब की मुख्य बातें, 5 सबसे महत्वपूर्ण अध्यायों का सारांश, और कुछ शानदार टिप्स शामिल हैं।

लेखक के बारे में (About the Author) 


ब्रायन ट्रेसी एक विश्व प्रसिद्ध लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर और सफलता के कोच हैं। उन्होंने 70 से अधिक किताबें लिखी हैं जिनमें से कई बेस्टसेलर रही हैं, जैसे कि Goals, No Excuses, The Psychology of Selling और निश्चित ही Eat That Frog।

ट्रेसी का मानना है कि इंसान की सफलता का सबसे बड़ा राज है — समय का सही उपयोग। उन्होंने दुनिया भर में लाखों लोगों को सिखाया है कि कैसे आप अपने दिन की योजना बनाकर, प्राथमिकता तय करके और बड़े लक्ष्यों को छोटे-छोटे कार्यों में बांटकर, एक सफल जीवन जी सकते हैं।

उनकी सीख practical है, और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अपनाई जा सकती है। यही वजह है कि “Eat That Frog” को दुनियाभर के entrepreneur, student और professionals बहुत पसंद करते हैं।

पुस्तक का अवलोकन (Book Overview) 

Eat That Frog” कोई साधारण किताब नहीं है — यह एक action plan है, जो आपको यह सिखाता है कि कैसे आप अपने दिन का सबसे जरूरी काम सबसे पहले पूरा करें, ताकि दिनभर हल्कापन और संतुष्टि बनी रहे।

यह किताब “procrastination” यानी टालमटोल की आदत पर वार करती है। ब्रायन ट्रेसी का कहना है कि हमारा सबसे कठिन और महत्वपूर्ण कार्य ही हमारा “frog” होता है। अगर आप हर दिन सबसे पहले उसी में लग जाएं, तो दिनभर बाकी काम आसान लगेंगे।

इस किताब में कुल 21 रणनीतियाँ (strategies) बताई गई हैं जो आपको सिखाती हैं:

  • कैसे अपने लक्ष्य तय करें

  • कौन-से काम प्राथमिकता में रखने हैं

  • कैसे समय की योजना बनाएं

  • कैसे distractions को दूर करें

  • और सबसे जरूरी — कैसे टालमटोल को हराएं

एक बहुत जरूरी विचार है — Pareto Principle (80/20 Rule)। ट्रेसी बताते हैं कि 80% परिणाम केवल 20% कार्यों से आते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम उन्हीं 20% कार्यों को पहचानें और उन्हें समय दें।

इसके साथ ही, वे “ABCDE Method”, “Law of Forced Efficiency” और “Creative Procrastination” जैसी कई तकनीकों की भी बात करते हैं। खास बात ये है कि ये सभी सुझाव action-oriented हैं — यानि आप इन्हें तुरंत अपनी जिंदगी में लागू कर सकते हैं।

इस किताब को पढ़ने के बाद आप time management और self-discipline को एक नए नज़रिए से देखेंगे। और जो सबसे बड़ी बात है — आप काम टालने की आदत को हरा पाएंगे।

5 प्रमुख अध्यायों का सारांश (Top 5 Chapters Summary) 

1. Set the Table — लक्ष्य को स्पष्ट करें
किसी भी काम को शुरू करने से पहले यह जानना जरूरी है कि आपको करना क्या है। ब्रायन ट्रेसी कहते हैं, “Clarity is the key to success.” यानी जब तक आपके लक्ष्य स्पष्ट नहीं होंगे, आप अपना समय बर्बाद करते रहेंगे।

इस अध्याय में सलाह दी गई है कि अपने लंबी अवधि के और दैनिक लक्ष्यों को लिखित रूप में तय करें। इससे आपका मस्तिष्क केंद्रित रहेगा और आप दुविधा से बचेंगे।

2. Plan Every Day in Advance — पहले से योजना बनाएं
हर दिन की शुरुआत बिना प्लानिंग के करने का मतलब है — असफलता को आमंत्रण देना। ट्रेसी का सुझाव है कि रात को सोने से पहले अगले दिन की योजना बना लें। एक To-Do लिस्ट तैयार करें जिसमें सबसे जरूरी काम सबसे ऊपर हो।

लाभ ये है कि आप सुबह उठते ही स्पष्ट दिशा में काम शुरू कर सकते हैं और दिन भर focus बनाए रख सकते हैं।

3. Apply the 80/20 Rule — महत्वपूर्ण कार्य चुनें
यह अध्याय “Pareto Principle” पर आधारित है। ब्रायन ट्रेसी समझाते हैं कि 20% कार्य ऐसे होते हैं जो आपके 80% परिणाम लाते हैं। बाकी कार्य व्यस्त रखते हैं लेकिन जरूरी नहीं कि उनका असर हो।

इसलिए, दिन की शुरुआत में ही यह तय करें कि आज का वह एक काम कौन-सा है जो आपकी सफलता में सबसे बड़ा योगदान देगा — वही आपका “frog” है।

4. Consider the Consequences — नतीजों को सोचें
इस अध्याय में ट्रेसी बताते हैं कि हर कार्य के परिणाम होते हैं, और लंबे समय में इन परिणामों का आपके जीवन पर गहरा असर होता है। इसलिए कोई भी कार्य करते समय यह ज़रूर सोचें कि उसका दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा।

जो कार्य आपको आपके बड़े लक्ष्य के करीब ले जाता है, वही सबसे जरूरी है। यही सोच आपको टालमटोल से बाहर निकालती है।

5. Practice Creative Procrastination — टालमटोल को बुद्धिमानी से अपनाएं
ट्रेसी मानते हैं कि हम हर काम नहीं कर सकते। इसलिए जरूरी है कि कम महत्त्वपूर्ण कार्यों को जानबूझकर टालें, और सिर्फ उन्हीं कार्यों पर फोकस करें जो सबसे ज्यादा प्रभाव डालते हैं।

इसे वे “Creative Procrastination” कहते हैं — यानी कम महत्त्व वाले कार्यों को side में रखना ताकि आप जरूरी काम कर सकें। इससे guilt भी नहीं होता और कार्य भी पूरे होते हैं।

मुख्य सीख (Key Takeaways) 

  • सबसे जरूरी काम सबसे पहले करें — वही आपका “frog” है।

  • हर दिन की पहले से योजना बनाएं — इससे आप distractions से बचेंगे।

  • 80/20 Rule अपनाएं — केवल उन्हीं कार्यों पर समय दें जो परिणाम देते हैं।

  • लंबे समय के परिणाम सोचकर काम करें — यह आपको टालमटोल से बचाएगा।

  • कम महत्त्वपूर्ण कार्यों को छोड़ना सीखें — समय सीमित है, उसे सोच-समझकर इस्तेमाल करें।


अंतिम विचार (Final Thoughts

"Eat That Frog" कोई भारी-भरकम थ्योरी वाली किताब नहीं है, बल्कि एक practical guide है, जो आपकी सोच और काम करने के तरीके को बदल देती है। ट्रेसी की बातों को अगर आप गंभीरता से लें और नियमित रूप से अपनाएं, तो आपकी प्रोडक्टिविटी में चमत्कारी बदलाव आ सकता है।

ये किताब सिर्फ काम करने के तरीके को नहीं, बल्कि सोचने के तरीके को भी सुधारती है। अगर आप student हैं, entrepreneur हैं, या एक busy employee — यह किताब आपको एक नया नजरिया देगी।

इसका सबसे बड़ा संदेश है — “हर दिन एक बड़ा काम निपटाओ, और जीत की तरफ बढ़ो।” यही सफलता का असली मंत्र है।


FAQs Questions

1. Eat That Frog का मतलब क्या है?
इसका मतलब है — अपने दिन का सबसे कठिन और जरूरी काम सबसे पहले करना

2. क्या यह किताब हिंदी में उपलब्ध है?
हां, “Eat That Frog” का हिंदी अनुवाद बाजार में उपलब्ध है और आसानी से खरीदा जा सकता है।

3. इस किताब से कौन सबसे ज्यादा लाभ उठा सकता है?
Student, entrepreneur, working professionals — जो भी व्यक्ति टालमटोल से परेशान है और समय का सही उपयोग करना चाहता है।

4. क्या इसमें दिए गए principles को रोजाना अपनाया जा सकता है?
बिलकुल! ये सभी strategies रोजाना के जीवन में आसानी से लागू की जा सकती हैं।

5. क्या यह किताब beginners के लिए ठीक है?
हां, इसकी भाषा सरल है और उदाहरण व्यावहारिक हैं, जिससे शुरुआत करने वालों के लिए यह आदर्श किताब है।
Aapko yeh summary kaisi lagi? Aur kis kitab ki summary chahte ho? Comment mein batayein ya aur summaries ke liye visit karein — [Hownike.in]





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